Tuesday, August 13, 2013

मेरा कलाम



चलन ज़माने का का कितना बदल गया
       जिसने दिया दग़ा वो आगे निकल गया

कुछ लोग ऐसे भी थे जो शोलों से बच गए
     गैरतमंद इंसा पानी से जल गया

मंजिल ज़िन्दगी में उसने ही पाई है
    टकराके एक पत्थर से जो भी सम्हल गया .. 

Monday, August 12, 2013

The Real Hero

The Real Hero

एक था माचन 


S मंजुनाथ को IIM लखनऊ में PGDBM 2003  के उनके दोस्त इसी नाम से बुलाते थे।  सामान्य सा दिखने वाला पढ़ाकू किस्म का संस्कारी  दक्षिण भारतीय युवा।  लेकिन बड़ा ही असामान्य अपनी सोच में , जब कैंपस में उनके सारे दोस्त Mckinsey , Chevron और AmEx में नौकरी पाने की जुगत में थे , मंजुनाथ कुछ अलग सोच रहा था।

मंजुनाथ ने अपने बाकी सारे दोस्तों से अलग इंडियन आयल कारपोरेशन में Marketing Officer की नौकरी की , जज़्बा  था IOC की सफाई का।  मिलावटखोर पेट्रोल पंप मालिको और भ्रष्ट अधिकारियों को expose करने का।  ईमानदारी और देशप्रेम का ऐसा cocktail जिसने IOC के UP division में खलबली मचा दी।  लखीमपुर खीरी के एक पेट्रोल पंप को मंजुनाथ ने मिलावट करने के कारण 3 महीने के लिए seal कर दिया , फिर एक दिन अचानक उस पंप का surprise inspection करने गए और फिर कभी वापस नहीं आये।  6 गोलियों से छलनी मंजुनाथ की लाश उन्ही की car  में मिली।  कहानी ख़त्म .......

मंजुनाथ को अगर देशप्रेम का 'कीड़ा' ना काटा होता तो आज उसके बाकी BATCH-MATES के जैसे वो भी किसी नामी FMCG कंपनी का या silicon valley की किसी Fortune 500  IT company का  globetrotting executive होता  , उसके भी  दो बच्चे होते ,  मकान होता , shares का hefty सा portfolio होता settled life होती।  यही तो चाहते है हम सब , the 2 BHK life .. कौन बेवकूफ मर -मर के CAT की तैयारी करता है इसलिए कि पढ़ लिख के IIM graduate बन कर देशसेवा में मर मिटेगा ?




Tuesday, August 6, 2013

पिंकू का इक्नामिक्स


 कहानी 

पिंकू का इक्नामिक्स 

"मुझे समझ नहीं आता तुम क्यों  अपने पापा  को  हमारे साथ US लेके चलने  के पीछे पढ़े हो ? हम आते है ना साल में एक  बार उनसे मिलने ?  और LA जैसे fuckinly expensive शहर में  उनको साथ रखने का additional damage  कम से कम 1000 dollar  per month आएगा  !! समझते हो ना इसका मतलब ??? Please rethink baby. We cant afford this emotional extravaganza"

पिंकू बड़े इत्मिनान से सुनता रहा , फिर बड़े ही scholarly अंदाज़ में बोला

"  U  are an MBA यार  . talk brains sweety !!
 LA जैसे  "fuckinly expensive' शहर में एक fulltime domestic help का  'damage' जानती हो ?? "
" Nothing less than 3000 dollars a month !! और  जिसे तुम मेरा  'emotional extravaganza' बोल रही हो that will make us  save   2000 dollars every month. "
 इसे  capacity utilisation कहते  है " :)









 

Saturday, August 3, 2013

I THINK THEREFORE I AM



      I THINK THEREFORE I AM   

...दुर्गा  शक्ति  दुर्गा  शक्ति ... नेताजी से होगई ग़लती  .. आईपीएल आईपीएल .....  बीपीएल   बीपीएल  ...5 रूपए में खाना खाओ  .... वर्ना  जीपीएल जीपीएल .. तेलंगाना तेलंगाना .. अब गायेंगे विदर्भ का गाना ... शाहरुख़ खान  सलमान खान ... फिर से हो गए  भाईजान ..अखिलेश यादव आज़म खान टेबलेट खान लैपटॉप  खान .... पेट्रोल पेट्रोल डॉलर डॉलर .... चीथड़े चीथड़े वाइट कालर ...VISA VISA देदो देदो ... VISA VISA मत दो मत दो    ..गडकरी गडकरी मसखरी मसखरी चिकन करी मटन करी  ..किरकिरी किरकिरी  ..  मै भी PM तुम भी PM .. 8PM  9PM 10PM   ...... रुपया रुपया लुड़का लुड़का ...  इंडिया  फिर से कड़का कड़का ... पूनम पांडे सनी लियॉन   .. इंडियन पोर्न इंडियन पोर्न   ...उत्तराखंड केदारनाथ ... WHATS UP  भोलेनाथ .. नमो नमो मोदी मोदी ... जया बच्चन रोदी रोदी .. .. न्यूज़  न्यूज़  डिबेट डिबेट .. DAILY वालो को रिबेट रिबेट ...  दामिनी दामिनी .... चार दिन की चांदनी ......संता सिंह बंता सिंह .... मोंटेक सिंह मनमोहन सिंह ... मिड डे मील मिड डे मील .....गिद्ध और चील  गिद्ध और चील   ...... सेलफोन सेलफोन ...   MMS  MMS... DPS DPS .... राज राज बब्बर बब्बर .... 9 बजे की ताज़ा  खब्बर........BREAKING NEWS ......BREAKING NEWS
हर घंटे एक नयी ब्रेकिंग न्यूज़, infact  हर मिनट। कितना याद रखे और क्या क्या याद रखे ? याद रखने की ज़रूरत भी क्या है ??  बहुत ही ज्यादा ज़रूरी हुआ तो टीवी वाले खुद ही 3 -4 दिन बार बार दिखा के याद दिलाते रहेंगे ।  नहीं तो फिर कोई नयी ब्रेकिंग न्यूज़। मिड डे मील की खबर या SDM के सस्पेंशन की या  उत्तराखंड की , मुझे क्या फर्क पढता है , मेरे बच्चे ना तो सरकारी स्कूल में पढने जाते है ना मेरे रिश्तेदार  चार -धाम गए। मेरे लिए तो न्यूज़ ही है , बहुत ज्यादा हुआ तो Facebook पे  पोस्ट like कर दूंगा  या एक मोमबत्ती या मै भी अन्ना की टोपी  ।  अब इस्से ज़्यादा क्या उम्मीद करोगे मुझसे।  मुझसे अपने झमेले ही नहीं सम्हलते , लगी पढ़ी है मेरी, क्रेडिट कार्ड , EMIs, Work - Life Balance , हजार    संताप  है और वैसे भी  मै कोई अमर्त्य सेन की किताब वाला argumentative इंडियन नहीं  हूँ। विवेकानंद  का राष्ट्र केन्द्रित चिंतन सिर्फ  मैंने स्कूल में  हिंदी की किताब में  पढ़ा था  , पढ़ा तो और भी बहुत कुछ है लेकिन सब practically applicable होता है क्या ? अन्ना हज़ार के बारे अभी किसी बुद्धिजीवी ने कहा भी था- Honest Man with impractical ideas. आदर्श भारत वाकई अति-आदर्शवादी लोगो का भ्रम है।

कुछ  दिन सरबजीत- सरबजीत के  बड़े चर्चे  चले थे। गली मोहल्लों नुक्कड़ चौराहों पे सरबजीत की सलामती की दुआएं मांगी गयी थी , सालो से बंद थे सरबजीत पाकिस्तानी जेल   में , कभी -कभी अख़बारों में ज़िक्र आता था , इतने सालों में कभी भी भावनाओ का ऐसा कोई जनसैलाब  नहीं आया।  फिर अचानक सरबजीत को tv वालों ने invent कर लिया और entertainment starved जनता ने सरबजीत को  pick कर लिया।  बस ... हर तरफ सरबजीत -सरबजीत  ..... सरबजीत चले गए ... जनता भूल गयी .. थोड़े दिनों बाद ज़िया खान के मातम में डूब गयी।  मै भी  ऐसा  वाला भारतीय ही  हूँ।  दिल्ली वाली दामिनी को महीने भर में भूल के 'दिल्ली वाली girlfriend' पे ठुमके लगाने वाला भारतीय।  
मेरे   लिये ये सब , सरबजीत हो या दामिनी हो अन्ना हज़ारे हो 15 अगस्त - 26 जनवरी हो या उत्तराखंड का खंड -खंड होना   , ये सब मेरा social media qoutient बढ़ाने के 'सामान' है।  खुद की तस्वीर facebook  पे  डालता हूँ तो एक  'like' नहीं और तेज़ाब से जली लड़की का 'PIC'  डाला तो like like like comment comment comment :) :) :) :)  और मै अकेला तो ऐसा नहीं हूँ , सब यही करते है।  हमारे देश में TULIP  पैदा ही नहीं होता , इसलिए  TULIP REVOLUTION यहाँ तो आने से रही।  इसलिए मै social media का इस्तेमाल सिर्फ  socialising  के लिए करता हूँ ।  Egypt वालों ने कौनसा तीर मार लिया , या Tunisia वालों ने ।  
वैसे भी जिस दिन देश के  हुक्मरानों  को समझ आगया की देश की जनता सोशल मीडिया का use जनचेतना या revolution के लिए कर सकती है उस  दिन  सोशल मीडिया की भी  नकेल कस दी जाएगी। किसी  मुगालते में मत रहना  । तरुण तेजपाल का क्या हुआ ?  , कितनो को पता           कौन  है  तरुण तेजपाल ??? ... Tehelka .com ... The baap of all sting operations , क्या हुआ हश्र ?  और हमारा ही    देश क्या   जूलियन असान्जे और snowden को कौनसे नोबल Peace Prize मिल गए।  एक Ecuador की Embassy में छुपा बैठा है दूसरा Russian एअरपोर्ट पे। 
  

Friday, August 2, 2013

!!श्री गणेशाय नमः !!

!!श्री गणेशाय नमः !!
ज्ञानबाज़ी  के चक्कर में कभी- कभी हम  इतने क्लिष्ठ हो जाते है की सुनने /पढने  वाले को  समझ नहीं  आता की बोलना क्या चाहते है :)  मेरा प्रयास रहेगा की मै इस ब्लॉग में वो परोसूं जो स्वादिष्ट भी हो और सुपाच्य मतलब easily digest होने वाला हो। लेख कभी लिखे नहीं , मगर खेल खेले है शब्दों से।  लिखते लिखते शायद सुधर जाऊ। खेल खेल में शायद खिलाडी बन जाऊ ?