हिंदीभाषी प्रान्त से होने और हिंदी प्रेमी होने की वजह से हिंदी की भाषागत् , मात्रा या व्याकरण की गलतियों पर मेरी नज़र ज़रा ज्यादा ही जाती है। 10 दिन अहिंदीभाषी शहरों में घूमा तो ये देखा -
एक प्रसिद्द मंदिर के प्रवेश द्वार पर ये बोर्ड लगा था -
लेकिन सबसे ज्यादा कौतूहल शौचालयो के ऊपर लगे बोर्ड्स ने पैदा किया।सारे शौचालयों पे " पिराक लोर नेर्टींन " लिखा था। थोडा विचारमंथन किया तो समझ आया कि क्या आशय है " पिराक लोर नेर्टींन " से
एक प्रसिद्द मंदिर के प्रवेश द्वार पर ये बोर्ड लगा था -
लेकिन सबसे ज्यादा कौतूहल शौचालयो के ऊपर लगे बोर्ड्स ने पैदा किया।सारे शौचालयों पे " पिराक लोर नेर्टींन " लिखा था। थोडा विचारमंथन किया तो समझ आया कि क्या आशय है " पिराक लोर नेर्टींन " से
Pirak aur natron to main nahin samjha
ReplyDeleteMain bhi nahi
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