बाई कल जल्दी आ जाना कल बहोत काम रहेगा , कल नवरात्रि का आखिरी दिन है और हमेशा कि तरह कल हमारे यहाँ कन्याओ का पूजन और भोजन का कार्यक्रम रखा है। तुम तो जानती ही हो न कि हम " माँ " के कितने बड़े भक्त है। हर साल नवरात्रि में 51 कन्याओ को घर बुलाकर उनकी पूजा करते है और उन्हें खाना खिलाते है।
लेकिन मेमसाब , मै तो कल छुट्टी लेने वाली थी , मेरी 4 साल की बेटी को बहोत तेज़ बुखार हो रहा है। आज भी जैसे-तैसे आयी लेकिन कल तो उसे डॉक्टर को दिखाना ही पढ़ेगा।

dohari maansikta wala samaaj hai yeh.
ReplyDeleteऐसे लोगों को कन्या भोजन का असली मतलब कभी समझ नहीं आ सकता है।
ReplyDelete:( Dukhad par sach....
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